Intezar Sayari
1) इंतज़ार है हमे आपके आने का, वो नज़रे मिला के नज़रे चुराने का, मत पूछ ए-सनम दिल का आलम क्या है, इंतज़ारा है बस तुझमे सिमट जाने का.
2) कब उनकी पलकों से इज़हार होगा; दिल के किसी कोने में हमारे लिए प्यार होगा; गुज़र रही है रात उनकी याद में; कभी तो उनको भी हमारा इंतज़ार होगा!
3) ज़माने भर से हो रंजिश, घटा कैसी ही छाई हो, मजा तो तब है तेरी जब, तुझी से ही लड़ाई हो/ सितारे गर्दिशो में हो, मुकद्दर हाशिये पर हो , रहे इम़ा तेरा सच्चा, की जब जब सर उठाई हो / हो जब ये हौसला तेरा, मुसलसल कारवां तेरा, हो शोले आंख में तेरे, मशालें जब जलाई हो / क़यामत से तू ले लोहा, खुदा भी देखता होगा, अजानो में मगर तेरे उसी की ही खुदाई हो/ नहीं मुमकिन तेरा दिलवर हमेशा साथ हो तेरे , असल जज्बा मुहब्बत का मुहब्बत में जुदाई हो/ ज़माने भर से हो रंजिश, घटा कैसी ही छाई हो, मजा तो तब है तेरी जब, तुझी से ही लड़ाई हो .
4)तेरे इंतजार मे कब से उदास बैठे है तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे है तू एक नज़र हम को देख ले इस आस मे कब से बेकरार बैठे है .
5) मोहब्बत का नतीजा, दुनिया में हमने बुरा देखा, जिन्हे दावा था वफ़ा का, उन्हें भी हमने बेवफा देखा.
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